सूरह ज़लज़लाह क़ुरान की तमाम सूरतों में से एक सूरह है, इस सूरह में 8 आयतें हैं और ये सूरह क़ुरआन के 30 पारे में है, ये क़ुरआन की 99वे सूरह है।
पारा | 30 |
सूराह | 99 |
नाज़िल होने की जगह | मक्का |
आयात | 8 |
सूरह ज़लज़लाह हिंदी में
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमा-निर्रहीम
शुरू करता हूं अल्लाह के नाम से जो निहायत रेहम करने वाला है।
इज़ा ज़ुल ज़िलतिल अरज़ु ज़िल ज़ा लहा
जब ज़मीन जलज़ले (भूचाल) से हिला दी जाएगी।
व अख़ रजतिल अरज़ु अस्क़ालह
और ज़मीन अपने अंदर से सारे बोझ निकाल फेकेगी।
वक़ालल इंसानु मा लहा
और इंसान कहेगा कि उस (ज़मीन) को क्या हुआ है।
यौ मइज़िन तुहददासु अख़बा रहा
उस रोज़ वो अपने हालत खुद बयान करेगी।
बि अन्ना रब्बका अव्हा लहा
क्योंकि तम्हारे परवरदिगार ने उसको हुकुम भेजा होगा।
यौ मइज़िन यस दुरून नासु अशततलला युरव अअ’ मालहुम
उस दिन लोग झुंड के झुंड हो कर आएंगे ताकि उन के अमाल उन्हें नज़र आयें।
फमय यअ’मल मिस्क़ाला ज़र रतिन खैयरन यरह
अगर किसी ने ज़र्रा बराबर भी नेकी कि होगी तो वो उसे देख सकेगा।
वमै यअ’मल मिस्क़ाला ज़र्रतिन शररन यरह
और अगर किसी ने ज़र्रा बराबर भी बुराई की होगी तो वो उस को देख सकेगा।
सूरेह नस्र PDF in Hindi
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सूरह ज़लज़लाह की तफ़्सीर
जब ज़मीन भूचाल से हिला दी जाएगी। यानी जब अल्लाह सारी ज़मीं को एक ख़तरनाक ज़लज़ले से हिला डालेगा और ज़मीन में कोई भी चीज़ दरख़्त, पेड़, फूल, दरिया, पहाड़, सब ख़त्म हो जीतेंगे और इस होल नाक ज़लज़ले से सब ज़मीन में सब मिल जायेगा ताकि मैदान-ए-महशर बिल्कुल साफ हो जीतेंगे।
और ज़मीन अपने अंदर से सारे बोझ निकाल फेकेगी। यानी ज़मीन में जो कुछ भी है, सोना, चांदी, मुद्रे और भी बहुत सारी नियामतें जो ज़मीन में गड़ी हैं वो सब बाहर निकल आएंगी और उस दिन उन चीज़ को लेने वाला कोई न होगा, जिस के लिए हम सब लड़ा करते थे।
ज़मीन लोगों के अमाल नामें पेश करेगी। यानि उन दिन अल्लाह को हमारे अमाल के बारे में ज़मीन से मालूम होगा। अगर किसी शख़्स ने ज़मीन पर नामज़ा पढ़ी होगी तो ज़मीन गवाही देगी कि या अल्लाह इस इंसान ने मझे पर नमाज़ अदा की है। अगर किसी ने इस ज़मीन पर किसी का ख़ून किया होगा तो वो उस गुनाह की भी गवाही देगी, और सारे आमालों का कच्चा चिट्ठा अल्लाह के सामने पेश कर देगी।
लोगों के अमाल नमे पेश किए जाएंगे। यानी जिस दिन अल्लाह महान-ए-महशर में अल्लाह ताला जिस ने उन की नेकियां और गुनाह सब का लेखा जोखा होगा जिन के अमाल इस दुनिया में अच्छे होंगे उन का अमाल नामा उन के सीधे हाथ में होगा और जिन का अमाल नामा उलटे हाथ में होगा उन के अमाल इस दुनिया में अच्छे नहीं थे। और वो उस दिन रुस्वाह (बेइज़्ज़त) होंगे।
ज़र्रा बराबर भी नेकियों को दिखाया जाएगा क़यामत के रोज़ ज़र्रा बराबर नेकी का भी हिसाब होगा और हर इंसान अपनी नेकी और गुनाह अपनी आंखों से देखेगा।
नसीहत:- क़ुरआन को हमेशा ठहर ठहर के और सही और यक़ीन के साथ पढ़ा करें।
सूरह ज़लज़लाह सवाल जवाब
सूरेह नूह कहाँ नाज़िल हूई
मक्का में
सूरेह नूह कुरान के कौन से पारे में हे
30वे
सूरेह नूह कुरान की कौन सी सूरह हे’
77वी
नॉट:- नाज़रीन ये था सूरेह ज़लज़लाह को हिंदी में पढ़ने का तरीक़ा और कुछ बातें जो क़ुरआन और हदीस से मिलती हैं।
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जज़ाक अल्लाह…..